ज़ुल्फ़ें भी सुना है कि संवारा नहीं करते,
एक तो हुस्न कयामत उसपे होठों का लाल होना।
वो लम्हे याद करता हूँ तो लगते हैं अब जहर से।
जो सूख जाये दरिया तो फिर प्यास भी न रहे,
कहानियों का सिलसिला बस यूं ही चलता रहा,
मंजिल की तलाश में खुद को अकेले चलना होगा,
कौन फिरता है ज़मीं पे चाँद सा चेहरा लिए।
ज़ालिम दुनिया समंदर है किनारा मुमकिन नहीं।
तेरे इशारों पर Love Quotes मैं नाचूं क्या जादू ये तुम्हारा है,
वो किताबें भी जवाब माँगती हैं जिन्हें हम,
अब तक सबने बाज़ी हारी इस दिल को रिझाने में,
रास्ते पर तो खड़ा हूँ पर चलना भूल गया हूँ।
कि पता पूछ रहा हूँ मेरे सपने कहाँ मिलेंगे?
रहा मैं वक़्त के भरोसे और वक़्त बदलता रहा,